Tuesday, 28 November 2017

अमेरिकी बास्केटबाल खिलाडी माइकल जॉर्डन

अमेरिकी बास्केटबाल खिलाडी माइकल जॉर्डन

जी हां ये वही माइकल जॉर्डन है जो बास्केटबाल के सबसे बड़े एवं मशहूर खिलाडी है। लेकिन माइकल के यहाँ तक पहुचने का सफ़र इतना आसान नहीं था माइकल ने एक बेहद ही गरीब परिवार में जन्म लिया था। लेकिन माइकल हमेशा से ही कुछ ऐसा करना चाहते थे जिस से उनकी गरीबी दूर हो सके।

माइकल के जीवन के बारे में जानने से पहले हम उनके बचपन की एक घटना बताना चाहेंगे जो करोड़ो लोगों को प्रेरित कर चुकी है की इंसान अगर चाहे तो दुनिया में कुछ भी मुश्किल नहीं हैं।

जब माइकल 13 साल के थे तब उनके पिता ने उन्हें अपने पास बुलाया और एक पुराना और उपयोग किया हुआ कपड़ा देकर पुछा की अच्छा बेटा यह बताओ इस कपड़े की कीमत कितनी होगी। माइकल थोड़ा सोचने के बाद बोले यह 1 डॉलर का होगा। तो पिता ने कहा तुम्हे कुछ भी कर के बाजार में जाकर इस कपड़े को 2 डॉलर में बेचना है।

माइकल ने सोचा की ऐसा क्या किया जाये जिस से इस पुराने कपड़े के 2 डॉलर मिल सके। माइकल ने उस कपड़े को अच्छे से धो दिया और फिर घर पर इस्त्री ना होने के कारण उसे ढेर सारे कपड़ों के नीचे सीधा करने के लिए रख दिया।

अगले दिन उन्होंने देखा कपड़ा पहले से बेहतर दिखाई दे रहा है उसके बाद उन्होंने पास के रेलवे स्टेशन पर जाकर 5 घंटो की कड़ी मेहनत के बाद उसे बेच दिया और बहुत खुश होते हुए घर आये और अपने पापा को पैसे दे दिये।

15 दिनों के बाद पिता ने फिर से वैसे ही एक कपड़ा दिया और कहा कि जाओ इसे 20 डॉलर में बेच कर आओ। इस बार माइकल को थोड़ा सा आश्चर्य हुआ की भला इसके 20 डॉलर कौन देगा।

लेकिन पिता ने कहा एक बार कोशिश तो करो। उन्होंने फिर से अपना दिमाग लगा कर सोचा और अपने दोस्त की मदद से शहर जा कर उस कपड़े पर मिकी माउस की स्टीकर लगवा लिया और ऐसे स्कूल के सामने जा कर खड़े हो गये जहाँ ज्यादातर बच्चे अमीर घर से ही आते थे।

एक छोटे से बच्चे ने अपने पापा से कह कर उसे खरीद लिया। उस छोटे बच्चे के पिता ने उस कपड़े को 5 डॉलर एक्स्ट्रा टिप देकर ख़रीदा। और इस तरह उसने 1 डॉलर के उस कपडे 20 डॉलर में बेचा और 5 डालर टिप मिली इस तरह ।कपड़े को पूरे 25 डॉलर में बेच कर माइकल बहुत ज्यादा खुश थे और खुशी- खुशी आकर पिता जी को बताया।

कुछ दिनों के बाद माइकल को उनके पिता जी ने एक और कपडा दिया और बोला की जाओ इसे 200 डॉलर में बेच के आओ इस बार माइकल को लगा की अब तो यह बहुत ही ज्यादा है लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी क्योंकी अभी तक माइकल पिता जी के द्वारा दिए गए इस कार्य में पूर्ण रूप से सफल हो रहे थे आख़िरकार माइकल ने यह काम को भी करने की ठान ही ली लेकिन उन्होंने इस बार इस काम के बारे में 2-3 दिन तक सोचा की आखिर वह कैसे इस पुराने से कपडे को जिसका मूल्य मात्र 1 डालर है उसे 200 डालर में कैसे बेचे।

जैसा की हम जानते है कोशिश करने वालों की कभी भी हार नहीं होती ठीक उसी तरह माइकल ने हार नहीं मानी और उस पुराने कपडे की कीमत बढ़ाने का उपाय खोज ही लिया माइकल उस कपडे को लेकर शहर गए।

उन्होंने देखा की उस दिन शहर में कोई बहुत ही बड़ी पापुलर एक्ट्रेस आई माइकल पुलिस के द्वारा बनाये गये सुरक्षा घेरे को तोड़ कर कपडे पर उस एक्ट्रेस का ऑटोग्राफ लेने में कामयाब हो गये।

बच्चे की मासूमियत देख एक्ट्रेस भी मन नहीं कर पाई अगले ही दिन माइकल उस ऑटोग्राफ वाले कपडे को लेकर बाजार निकल गये ।वह उन्हें बहुत भीड़ जमा हो गई जो उसे खरीदना चाहती है और उस कपडे की बोली लगाईं जा रही थी आख़िरकार माइकल ने वो कपडा 2000 डॉलर में बेचा।

इस घटना के बाद से माइकल के पिता को इस बात का अहसास हो गया की उनका बेटा अब जीवन में कुछ भी कर सकता हैं। माइकल एक ऐसे व्यक्ति है जो आज की युवा पीढ़ी के लिए एक मिसाल हैं।

माइकल जॉर्डन का बचपन:

माइकल जॉर्डन का जन्म 17 फरवरी 1963 को न्यूयार्क के ब्रुकलिन में हुआ था। माइकल अपने माता पिता की 5 संतानों में से चौथे नंबर पर थे। माइकल के २ बड़े भाई, 1 बहन बड़ी और 1 छोटी बहन थी।

माइकल जॉर्डन की शिक्षा:

माइकल ने खेलो की शुरूआती शिक्षा विम्लिंगटन के एम्सली ए लैनी नामक स्कूल में हुई जिनमे बेसबाल, फूटबाल और बास्केटबाल थे। वही से माइकल के खेल जीवन की शुरुआत होती हैं।

जिसके बाद भी माइकल ने अपना खेल जारी रखा और कॉलेज में भी बास्केटबाल टीम के लिए कोशिश की लेकिन उस समय वे सफल नहीं हो पाए। इसके बाद माइकल ने जूनियर विश्वविद्यालय के लिए खेल कर नाम रोशन किया, और बहुत ही कड़ी मेहनत की।

माइकल जॉर्डन का कार्यक्षेत्र:

माइकल ने नेशनल बास्केटबाल एसोसिएशन के जरिये दुनिया भर में बहुत नाम कमाया। माइकल क खेल करियर में एक वक़्त ऐसा भी आया जब माइकल ने बास्केटबॉल से हट कर बेसबाल में रूचि दिखाई लेकिन फिर उन्होंने बास्केटबाल को ही अपने व्यावसायिक खेल के तौर पर आगे बढाया।

1997-1998 में माइकल ने अपने खेल से सन्यास ले लिया। इसके बाद भी वे वाशिंगटन विजार्ड टीम के ओनर रहे। लेकिन ज्यादा समय तक माइकल अपने आप को बास्केटबाल से दूर नहीं रख पाए 2001 में उन्होंने फिर से वाशिंगटन विजार्ड के लिए खेलना शुरू किया और लागातार २ वर्ष तक फिर इस टीम का हिस्सा रहे।

अंत में 2003 में माइकल ने खेल को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।

माइकल एक खिलाडी तो है ही साथ ही वे एक सफल उद्यमी भी है वे चार्लोट बोब्कट्स नमक कंपनी के मालिक भी हैं।

माइकल जॉर्डन का व्यक्तिगत जीवन एवं परिवार:माइकल ने २ शादियाँ की। माइकल ने पहली शादी सितम्बर 1989 में की उनकी पहली पत्नी का नाम जुआनिता वनोय था। माइकल और जुआनिता के 3 बच्चे हैं ।जिनमे से २ लड़के मार्क्स जेम्स और जेफ्फेरी माइकल एवं एक लड़की जस्मीन है।

जिनके साथ उनका वैवाहिक जीवन 17 साल चला और 2006 में उनका तलाक हो गया। माइकल ने जुआनिता को तलक के बदले 16।8 करोड़ डालर की राशि देनी पढ़ी थी जो सन 2006 तक का सबसे बड़ा तलक हर्जाना था।माइकल ने दूसरी शादी 27 अप्रेल 2013 को क्यूबाई माडल येवती प्रीइतो से की।

माइकल जॉर्डन के रिकॉर्ड, ख़िताब एवं अचीवमेंट्स:

1984 एवं 1994 में माइकल ने ओलंपिक खेलो में हिस्सा लिया और दोनों ही बार उन्होंने अपनी अमेरिकी बास्केटबाल टीम को गोल्ड मेडल दिलाया।
इसके साथ ही माइकल ओलंपिक में ऐसे पहले खिलाडी थे जिन्होंने अपनी टीम के लिए लगातार 8 मैचों में हिस्सा लिया।
माइकल एक ऐसे खिलाडी है जो नेशनल बास्केटबाल एसोसिएशन में वाशिंगटन विजार्ड और शिकागो बुल्स के लिए 15 सीजन तक लगातार खेले हैं।
इसके साथ ही नेशनल बास्केटबाल एसोसिएशन के अनुसार प्रत्येक सीजन में सबसे ज्यादा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड भी माइकल जॉर्डन का ही हैं।
जो शानदार प्रदर्शन माइकल ने अपने खेल में किया हैं उसके अनुसार देखा जाये तो उनका औसत स्कोर 30।12 का है प्रति सीजन है जो की अपने आप में एक रिकॉर्ड हैं।
सन1984-1985 में माइकल को एनबीए “रुकी ऑफ़ थे ईयर “ का ख़िताब दिया गया।
मोस्ट वेल्युएबल प्लेयर का ख़िताब माइकल ने अपमे खेल जीवन में 5 बार जीता।
सन 1987- 1988 में एनबीए ने माइकल को “ डिफेन्सिव प्लेयर ऑफ़ द ईयर” का ख़िताब दिया।
माइकल जॉर्डन वो हस्ती है जिन्हें साल 2010 में फ़ोर्ब्स मैगजीन के द्वारा 20 तेजस्वी व्यक्तित्व होने का गौरव प्राप्त हैं।
माइकल बस्केटबाल के पहले ऐसे खिलाडी हैं जिनके नाम 40 वर्ष की उम्र में खेलते हुए 40 पॉइंट जितने का रिकॉर्ड दर्ज हैं।
माइकल जॉर्डन के जीवन के कुछ रोचक तथ्य:

बिलिनेयर बन ने वाले विश्वभर के एथलीट में से माइकल का नाम सबसे पहले आता है।
जॉर्डन “एम जे” नाम से तो प्रसिद्द है ही साथ ही वे “हिज एर्नेस” और “एयर जॉर्डन” के नाम से भी जाने जाते हैं।
1993 का वर्ष माइकल के लिए शायद बहुत बुरा वक़्त ले कर आया जुलाई में माइकल क पिता की हत्या कर दी गई। ये उनक जीवन के सबसे मुश्किल समय में से एक था।
मशहूर ब्रांड नाइक ने माइकल जॉर्डन के नाम पर जूतों का एक स्पेशल एडिशन निकाला था जिसका नाम था “एयर जॉर्डन”।
माइकल के नाम पर कई सारे वीडियो गेम्स के नाम भी रखे गये जिनमे वन ऑन वन और जॉर्डन वर्सेस वर्ड प्रमुख हैं।
नेशनल बास्केटबाल एसोसिएशन के अनुसार माइकल को “ग्रेटेस्ट आल टाइम बेस्ट बास्केटबॉल प्लेयर” कहा गया।
खेल जगत में नाम कमाने के साथ ही माइकल ने कुछ हॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया है। “स्पेस जेम” नामक फिल्म में माइकल के जीवन पर आधारित थी जिसमे माइकल ने अपना किरदार खुद निभाया था।
माइकल जॉर्डन का व्यक्तित्व:

माइकल जॉर्डन ना सिर्फ एक उम्दा खिलाडी थे बल्कि उन्होंने बास्केटबाल को अपने प्रदर्शन एवम खेल के द्वारा विश्वभर में विख्यात कर दिया। माइकल ने अपने खेल के करियर में बहुत सारे खिताब जीते है लेकिन वे ऐसे खिलाडी है जिन्होंने प्रशसंको का भरपूर प्यार जीता हैं।

यही वजह है की माइकल का नाम दुनिया के 20 सबसे शक्तिशाली सेलिब्रिटी में आता हैं। साल 2009 से 2010 के बीच में माइकल की कुल कमाई 55 मिलियन डालर थी।

माइकल का नाम आज भी दुनिया के सबसे ज्यादा अमीर खिलाडियों में शामिल है। खेल जगत से रिटायर्मेंट लेने के बाद भी 100 मिलीयन डालर सालाना कमाई है माइकल की। माइकल एक अच्छे खिलाडी तो है ही साथ ही वे एक बहुत ही अच्छे इंसान भी हैं वाशिंगटन विजार्ड की टीम में खेल कर उन्हें जो पहली सेलेरी मिली थी उन्होंने उसे 9/11 के आतंकी हमले में मरे गये लोगों के परिवार वालों को डोनेट कर दी।

माइकल जॉर्डन हमेशा 23 नम्बर की जर्सी पहन कर ही खेलते थे जिसके कारन प्रशंसको के बीच में उनकी एक अलग ही पहचान थी। लेकिन 1990 में माइकल की ये पापुलर जर्सी चोरी हो गई जिससे माइकल बहुत नाराज थे।

माइकल जॉर्डन उन चुनिन्दा लोगो में से है जो जन्म तो किसी एक गाँव या शहर में लेते है लेकिन अपनी मेहनत और परिश्रम के जरिये पुरे विश्वभर में अपनी छाप छोड़ते है।

Monday, 27 November 2017

सफलता की हत्या करने वाले हथियार |




दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति की अपनी इच्छाएं (Desires) होती हैं और अपनी इन इच्छाओं के अनुरूप ही व्यक्ति जीवन (Life) जीना चाहता है। इन इच्छाओं में से कुछ तो जीवन में Positive Effect डालती हैं और कुछ जीवन में Negative Effect डालती हैं। जीवन में इच्छाएं रखना तो बहुत अच्छी बात है लेकिन अपनी Negative Desires का गुलाम बन जाना और अपनी इन Negative Desires के अनुरूप ही अपने विचार बना लेना किसी भी व्यक्ति को सफलता (Success) से बहुत दूर ले जा सकता है।हम में से बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपनी Positive Desires को अपने जीवन में जगह नहीं देते हैं और अपनी इन इच्छाओं का गला घोट देते हैं। बहुत से लोग जीवन में ऐसे Negative Thoughts अपना लेते हैं जिससे वह सफलता को कभी नहीं पा सकते। इन Negative Thoughts को ऐसा हथियार माना जा सकता है जो किसी के भी जीवन में असफलता को ला सकता हैं। हमें ऐसे हथियारों से बचना चाहिए।
आज मैं आपसे ऐसे ही कुछ सफलता को नष्ट करने वाले हथियारों के बारे में बात करना चाहता हूँ। आपसे निवेदन है कि आप इस लेख को पढ़ने के बाद बताए गए हथियारों को अपने जीवन से हमेशा के लिए दूर कर दें ताकि आप Positive Desires को अपनाएं और सफलता की राह पर चल सकें।

1- खुद को नाकाबिल समझने का विचार

बहुत से लोग अपने को नाकाबिल समझने का विचार अपना लेते हैं और पूरी जिंदगी ऐसे ही हाथ पर हाथ रखे बैठे रहते हैं। ऐसे लोगों को आपने कुछ इस तरह की बातें कहता सुना होगा
a- “मैं ऐसा नहीं कर सकता”,
b- “मुझमे इतनी समझदारी नहीं है कि मैं यह काम कर सकूँ”,
c- “अगर मैं कोशिश करूँगा तब भी सफल नहीं हो सकता”,
d- “मेरे पास इस काम को करने के लिए अनुभव की कमी है”,
e- “मैं IAS बनना चाहता था लेकिन मैं बन नहीं सकता”, आदि।
खुद को नाकाबिल समझने के यह ऐसे विचार हैं जो कभी भी किसी को सफलता की राह पर नहीं ले जा सकते। इन विचारों को तुरंत नष्ट कर दें और Positive Thoughts को अपने जीवन में जगह दें। आप एक काबिल इंसान हैं।

2- प्रतियोगिताओं से दूर भागने का विचार

जीवन एक प्रतियोगिता भी है। बहुत से Competitions जीवन के लिए बहुत जरुरी होते हैं लेकिन इनसे दूर भागना केवल एक ही परिणाम देता है और वह है- असफलता। बहुत से लोग जीवन की प्रतियोगिताओं से दूर भागना चाहते हैं और कहते हैं
a- “इस कार्य को करने के लिए तो पहले से ही बहुत सारे लोग हैं , मैं कैसे कर पाउँगा”,
b- “इस Company में केवल 5 Vacancy हैं और 50000 आवेदन अब तक आ चुके  है, ऐसे में मैं आवेदन करके सफल नहीं हो सकता”,
c- “अरे ! इस काम में तो एक से एक अनुभवी व्यक्ति हैं , मैं इस काम में सफल नहीं हो सकता”, आदि।
इस तरह के विचार रखने वाला व्यक्ति प्रतियोगिता का हिस्सा बनने से घबराता है और जीवन में असफल रह जाता है। अगर आपके अंदर ऐसे विचार हैं तो उन्हें तुरंत कुचल दीजिये और यह बात हमेशा याद रखिये कि किसी भी बड़ी प्रतियोगिता में सबसे पहला स्थान रखने वाला व्यक्ति भी आप जैसा ही है। जब वह सफल हो सकता है तो आप भी सफल हो सकते हैं।

3- खुद को एक सीमित दायरे में समेट लेने का विचार

कुछ लोग खुद के लिए एक दायरा बना लेते हैं और यह सोच लेते हैं कि अब इस दायरे से बाहर नहीं निकलना है। वह लोग कुछ अलग करने से घबराते हैं, कुछ नया करने की उनमे हिम्मत नहीं होती। अपने इन्ही विचारों के कारण वह कोई सफलता भी प्राप्त नहीं कर पाते हैं। ऐसे लोगों को आपने कहते सुना होगा कि-
a- “मैं जो काम कर रहा हूँ वह सही है, यह काम छोड़कर दूसरा काम करने की हिम्मत मुझमे नहीं है”,
b- “मैं जहाँ हूँ वहां सही हूँ”,
c- “इतना ही काम मेरे लिए बहुत है , इतने में ही मेरा घर का खर्च चल जाता है”,
d- “ज्यादा पैसा कमा के क्या करना है, इतने में ही मैं खुश हूँ” , आदि।
इस तरह के विचार अपने सपनों की हत्या करने वाले होते हैं। प्रत्येक व्यक्ति को अपना दायरा बढ़ाते रहना चाहिए। बहुत से सपने रखने चाहिए और उन्हें पूरा करने के लिए हमेशा कुछ अलग, कुछ नया, कुछ बड़ा करने के बारे में लगातार सोचते और करते रहना चाहिए।

4- पारिवारिक जिम्मेदारी का बहाना बनाना

पारिवारिक जिम्मेदारी (Family Responsibility) को निभाना एक बहुत अच्छी बात है लेकिन इसको अपने जीवन में असफलता का एक कारण बना लेना बहुत बड़ी गलती है। बहुत से लोगों को आपने यह बहाना बनाते सुना होगा
a- “अब मैं किसी प्रतियोगिता की तैयारी नहीं कर सकता क्योकि अब मुझ पर पारिवारिक जिम्मेदारी आ गई है”,
b- “मैं अब नौकरी बदलने का Risk नहीं ले सकता क्योकि मेरे पास एक परिवार की जिम्मेदारी है”,
c- “अरे भाई ! पारिवारिक जिम्मेदारी के कारण बहुत से सपनों को खोना पड़ता है”, आदि।
इस तरह के विचार रखने वाले व्यक्ति न तो कभी खुद आगे बढ़ पाते हैं और न ही अपने परिवार का सही मायने में ध्यान रख पाते हैं। यह बात सही है कि बहुत से लोगों के पास सफल होने से पहले ही पारिवारिक जिम्मेदारी आ जाती है लेकिन यह बात भी सही है कि पारिवारिक जिम्मेदारी को निभाते हुए भी सफलता प्राप्त की जा सकती है। खुद पर विश्वास रखिये, यकीन मानिये कि आप भी सफल हो सकते हैं क्योकि बहुत से लोग पारिवारिक जिम्मेदारी के साथ बहुत सी बड़ी सफलताएं प्राप्त कर चुके हैं।

5- खुद के बारे में नहीं सोचना

बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो पूरी दुनिया के बारे में तो सोच लेते हैं लेकिन खुद के बारे में सोचने का उनके पास समय नहीं होता है। आपने कुछ लोगों से यह कहते सुना होगा
a- “दूसरों के बारे में सोचना ही असली जिंदगी है तो अपने बारे में क्या सोचें?”
b- “हम दूसरों के बारे में सोचेंगे तभी वह हमारे बारे में सोचेंगे”,
c- “मेरी जिंदगी तो अपने परिवार के बारे में ही सोचते हुए निकल गई”,
d- “अपने बारे में सोचने का कभी Time ही नहीं मिला”, आदि।
दूसरों के बारे में सोचना बहुत अच्छी बात है लेकिन हम दूसरों के बारे में तभी अच्छा सोच सकते हैं जब खुद के बारे में अच्छा सोचें। खुद के बारे में जब आप अच्छा सोचेंगे तभी आप अच्छे बनेंगे और अच्छा बनने के बाद ही आप दूसरों के बारे में अच्छा सोच सकते हैं। अतः खुद के बारे में सोचने का समय निकालिये। खुद को इतना मजबूत और सफल बनाइये कि आप ऐसा ही बनने के लिए दूसरों की मदद कर सकें।
यह कुछ ऐसे हथियार हैं जिनका उपयोग हम करने लगते हैं और जीवन में असफल हो जाते हैं। इन हथियारों को हमेशा के लिए नष्ट कर दीजिये वरना एक दिन यही आपको नष्ट कर देंगे। जीवन में कुछ न करके मरने से अच्छा है कुछ अच्छा करने की कोशिश करके मर जाना। जीवन एक बार मिलता  है, अच्छा और सुखद यही होगा कि इस जीवन को सफल बनाया जाये। कुछ अच्छा सोचा जाये। कुछ अच्छा किया जाये।


सफल लोगों की 30 अनमोल आदतें |



दोस्तों ! क्या आप एक Good Person बनना चाहते हैं? यदि हाँ ! तो मैं आपको आज कुछ ऐसी आदतों और विचारों के बारे में बताना चाहता हूँ जो एक successful person अपनाता है और अपनी आदतों और विचारों से दूसरों को Motivate भी करता है। यह आदतें और विचार आपके लिए सफलता की ओर ले जाने वाले रास्ते (Way of success) की तरह काम आएंगे। यह अच्छी आदतें आपके जीवन के बारे में हैं (Good habits about life)। यदि यह आदतें और विचार आपको पसंद आएं तो इन्हे जरूर अपनाएं। सफलता के शिखर (Top of success) पर पहुंचने के बाद आप अपने विचारो और आदतों को कुछ इस तरह बतायेंगे


1* मैं कभी भी समय को बर्बाद नहीं करता हूँ (Do not waste timeक्योकि मैंने समय को बर्बाद करने वालों को बर्बाद होते देखा है। समय अमूल्य है (Time is priceless)। एक किलो सोने से भी एक सेकंड नहीं खरीदा जा सकता।
2* मैं गरीब पैदा हुआ, उसमे मेरा कोई भी दोष नहीं है लेकिन यदि मैंने अपना जीवन गरीबी में बिताया तो यह मेरा सबसे बड़ा दोष होगा।
3* मैं हमेशा वर्तमान में जीता हूँ (Live in present time) क्योकि अतीत (Past) तो बीत चुका है और भविष्य (Future) के बारे में कोई भी नहीं जानता। केवल वर्तमान (Current time) ही जीवित रहता है।
4* मैं अपने किसी भी कार्य को टालता (Not Avoid any work) नहीं हूँ। जब भी मुझे कोई कार्य मिलता है, मैं तुरंत उसे पूरा करने के लिए लग जाता हूँ।
5* मैं कभी आलस नहीं करता (Do not be Lazy) क्योकि आलस्य मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है। आलसी मनुष्य उस मनुष्य के समान है जिसके हाथ और पैर नहीं होते।

6* मैं कभी भी किसी कार्य के लिए बहाने नहीं बनता हूँ (Do not make Excuseतथा जिम्मेदारी के साथ प्रत्येक कार्य को समय से पूरा कर देता हूँ।


7* जितना भी संभव हो सकता है, मैं दूसरों की सहायता जरूर करता हूँ | (Always help othersक्योकि यही इंसान होने की पहचान है। जरूरतमंद की हर संभव सहायता कीजिये, अच्छा लगता है।


8* मैं हमेशा अपनी असफलताओं से सीखता रहता हूँ (Learn from failure) और सफलता की ओर आगे बढ़ता जाता हूँ। प्रत्येक असफलता एक सकारात्मक संदेश (Positive massage) देती है।
9* यह मत सोचो कि शाम हो गयी और दिन गुजर गया बल्कि यह सोचो कि अभी तो शाम बची है और मैं इसमें बहुत कुछ कर सकता हूँ।
10* मैं सफल होकर ही दिखाऊंगा (I will Successful definitely) क्योकि सफल होना ही मेरा एकमात्र लक्ष्य (Only one Aim) है। सफल होना मेरा अधिकार है और मैं इसे पाकर रहूँगा।
11* मैं हमेशा अपने से बड़ों का सम्मान करता हूँ (Always respect of elders) और अपने से छोटों को प्यार करता हूँ। बुजुर्गों का सम्मान कीजिये क्योकि एक दिन आपको भी बुजुर्ग बनना है।
12* मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता (No substitute for hard work)। मेहनत के द्वारा मैं सर्वश्रेष्ठ को भी पा सकता हूँ। शॉर्टकट से उतना ही मिलता है जितना उसमे मेहनत की गयी थी।
13* मैं हमेशा किसी भी घटना के सकारात्मक पक्ष को ही देखता हूँ (Only sees the positive side) तथा अन्य चीजों से अपनी नजरें चुरा लेता हूँ। एक बार ऐसा करके देखिये, मंजिल (Success) मिल जाएगी।
14* अंधकार के बाद हमेशा प्रकाश आता है, जैसे रात के बाद दिन जरूर आता है। मुसीबतों के समय भी खुद को सकारात्मक रखें (Adopt a positive attitude), अच्छा समय (Good Time) जरूर आएगा।
15* मैं हमेशा महिलाओं का सम्मान करता हूँ (Respect for women) क्योकि एक महिला (माँ) की वजह से ही मेरा इस दुनिया में अस्तित्व है।
16* मुझे विश्वास है कि मैं आये हुए अवसर (Opportunityको महान सफलता (Great Success) में बदल सकता हूँ। अच्छे अवसर की पहचान करना मुझे आता है।
17* मैं हमेशा सकारात्मक सोचता (Positive thinking) हूँ। इसीलिए सकारात्मक कार्य (Positive work) करता हूँ ताकि सफलता मिलना 100% पक्का हो जाये।
18* मैं हमेशा अच्छी किताबों को ही पढ़ता (Read only good books) हूँ। किताबें मेरी सबसे अच्छी दोस्त हैं क्योकि यह कभी धोखा नहीं देती हैं।
19* मैं केवल अच्छा सोचता ही नहीं बल्कि मैं अच्छा करके भी दिखाता हूँ क्योकि अच्छा सोचना (Good thinking) और अच्छा करना (Good work) मुझे अच्छा लगता है।
20* मैं जो कहता हूँ वह करके दिखाता हूँ। व्यक्ति को अपनी कथनी और करनी (Word and deed) के बीच अंतर को कम से कम रखना चाहिए।
21* मैं दूसरों के बारे में हमेशा अच्छा ही सोचता हूँ (Always positive thinking about others) क्योकि जैसा आप दूसरों के बारे में सोचेंगे, वैसा ही आपके साथ होगा (Tit for tat)
22* “केवल अपना फायदा” (“Only your advantage”) और अपने साथ सबका फायदा” (“Benefits for all with me”) इन दोनों में से यदि मुझे किसी को चुनना हो तो मैं अपने साथ सबका फायदाचुनता हूँ।
23* मैं हमेशा कुछ बड़ा ही सोचता हूँ (Always think Big) क्योकि बड़ा सोचकर ही मैं कुछ बड़ा कर सकता हूँ। बड़ा सोचना (Big thinking) बहुत आसान है।
24* मैं दूसरों को बदलने को तभी कहता हूँ जब मैं खुद बदल जाता हूँ (Firstly change yourself)। यदि आप दूसरों को किसी अच्छी आदत (Good habits) के बारे में बताते हैं और उन्हें बदलना चाहते हैं तो पहले खुद आप उस आदत को अपनाइये।
25* मैं हमेशा खुश रहता हूँ (Always be Happy) और यह लगातार यह कोशिश करता हूँ कि दूसरे भी खुश रहें। हमेशा खुश रहें और मुस्कुराते (Always be Smiling) रहें।
26* जब भी जीवन में परेशानी का समय आता है, तब मैं घबराता नहीं हूँ बल्कि उस परेशानी से बाहर निकलने के बारे में एक अच्छा प्लान बनाता हूँ (Make a good plan) और बाहर निकल भी जाता हूँ। खुद में विश्वास (Self confidence) रखिये।
27*मैं हमेशा दूसरों से अच्छा व्यवहार करता हूँ (Good Behavior with others)। आप दूसरों के साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा आप दूसरों से अपने लिए चाहते हैं।
28* मैं एक इंसान हूँ और मेरी हमेशा यही कोशिश रहती है कि मैं एक अच्छा इंसान बन सकूँ (Be a good person)। जीवन (Life) में हमेशा एक अच्छे इंसान बनने के बारे में सोचें।
29* मैं जीवन में सफलता के बारे में सोचता हूँ (Always think about way to success)। सफलता के बारे में सोचते हुए मैं हमेशा अपने से अधिक सफल व्यक्ति की ओर देखता हूँ ताकि उससे प्रेरणा (Motivation) पा सकूँ।
30* मैं जीवन में लगातार कुछ अच्छा सीखता रहता हूँ (Always learn good and positive)। जीवन में कुछ अच्छा और लगातार सीखने से ही व्यक्ति का विकास (Personality Development) होता है।


Sunday, 26 November 2017

सफलता पाने का एक शानदार तरीका | Inspirational Story In Hindi

“सफलता” या “Success” एक ऐसा शब्द है जिसे सुनते या पढ़ते ही प्रत्येक व्यक्ति के अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा (Positive energy) कार्य करने लगती है। जो भी व्यक्ति सफलता के बारे में सोचता है, उसके अंदर सफलता को पाने के लिए इच्छा (Desire) जागने लगती है।
दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति कभी न कभी सफलता के बारे में जरूर सोचता है।
लेकिन सफलता के बारे में सोचते हुए दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति के मन में एक ही सवाल होता है कि–
        

जीवन में सफलता किस प्रकार प्राप्त की जा सकती है?


इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए कोई व्यक्ति प्रेरणादायक किताबों (Inspirational books) को पढ़ता है, कोई प्रेरणादायक ब्लॉग (Inspirational Blog) या websites पर इसे search करता है तो कोई Motivational seminar को join करता है।
अलग-अलग व्यक्ति अलग-अलग तरीकों से इस प्रश्न के उत्तर को जानने का प्रयास करता है। Books, Blogs और Seminars ऐसी जगह हैं जहाँ इस प्रश्न का उत्तर खोजा जाये तो मिल भी जाता है।
इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए आजकल सबसे सरल और सबसे सस्ता तरीका (Simplest and cheapest way) किसी अच्छे Motivational blog को पढ़ना है।
दोस्तों! इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज मैं आपको सफलता पाने का एक ऐसा तरीका (One way to get success) बताने जा रहा हूँ जिसका प्रयोग अधिकतर सफल व्यक्ति (Successful person) करते हैं। 

जब भी किसी व्यक्ति के मन (Mind) में यह प्रश्न आये कि Success किस प्रकार प्राप्त की जा सकती है? तो उसके पास इस उत्तर को जानने के लिए दो तरीके होते हैं

पहला यह है कि वह सफल हो चुके व्यक्तियों का अनुसरण करे। सफलता के उस रास्ते पर चले जिस रास्ते पर कोई सफल व्यक्ति चलकर सफलता प्राप्त कर चुका हो।
दूसरा रास्ता यह है कि असफल हो चुके व्यक्तियों से सीखे (Learn from failed person) कि वह असफल व्यक्ति किस प्रकार असफल हुआ? उस रास्ते के बारे में भी जाने जिस पर चलकर वह व्यक्ति असफल हुआ था।


पहले रास्ते का तो बहुत से लोग अनुसरण करते हैं लेकिन मेरे हिसाब से यदि दूसरे तरीके का प्रयोग किया जाये तो भी सफलता आसानी से प्राप्त की जा सकती है।
अपनी इस बात को समझाने के लिए मैं आपको एक प्रेरणादायक कहानी हिंदी में (Inspirational story in Hindi) बताना चाहता हूँ।




Motivational Story In Hindi 

On “Learning From Failure”

एक बार एक असफल व्यक्ति एक सफल व्यक्ति के पास पंहुचा। इस सफल व्यक्ति की खास बात यह थी कि वह जो भी कार्य करता था उसमे सफलता प्राप्त करता था।
असफल व्यक्ति ने उससे पूछा, “आपकी सफलता का रहस्य क्या है? (What is the secret of success?) क्योकि मैं भी सफल होना चाहता हूँ।”
सफल व्यक्ति थोड़ा मुस्कुराया और बोला, “असफल व्यक्तियों से ही मैंने सफल होना सीखा है।”
असफल व्यक्ति थोड़ा सोच में पड़ गया कि क्या असफल व्यक्तियों से भी कोई सफल होना सीख सकता है?
उसने कहा, “मुझे आपकी बात समझ नहीं आयी, कृपया अपनी बात को स्पष्ट करें।”
तब उस सफल व्यक्ति (Successful person) ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया, “यह सच है कि असफल व्यक्तियों से ही मैंने सफल होना सीखा है। यह सफल होने का ऐसा तरीका है जिसे मेरे जैसे बहुत से सफल व्यक्ति प्रयोग करते हैं।”
तभी असफल व्यक्ति बोला, “क्या असफल व्यक्तियों से भी सफलता के बारे में सीखा जा सकता है?”
सफल व्यक्ति ने कहा, “हाँ!, सीखा जा सकता है।”
असफल व्यक्ति बोला, “लेकिन कैसे???”
तभी सफल व्यक्ति ने उससे पूछा, “पहले यह बताइये कि आप असफल क्यों हुए?”
असफल व्यक्ति ने बताया, “पहले मैं एक अमीर व्यक्ति (Rich person) था। सफल होने के लिए मैंने एक कंपनी खोली जिसमें मैंने अपना बहुत सा पैसा (Money) लगा दिया।मैं बहुत जल्दी सफल होना चाहता था। इसीलिए मैंने उसी साल एक दूसरी कंपनी खोल ली जिसमे मैंने अपना बचा हुआ बाकी पैसा भी लगा दिया। मैंने जल्दबाजी में दो कंपनियां खोल ली और मैं अपनी किसी भी कंपनी को पूरा समय नहीं दे पाया।

कुछ ही समय (Time) में दोनों कंपनियां घाटे में चलने लगीं। मैं दोनों कंपनियों से होने वाले Loss को Profit में भी बदल सकता था लेकिन मेरे पास उस घाटे को पूरा करने के लिए पैसा नहीं बचा था। धीरे-धीरे कंपनी का घाटा बढ़ता चला गया और दूसरे ही साल मेरी दोनों कंपनियां बंद हो गयीं। आज मैं एक असफल व्यक्ति हूँ।”



अब सफल व्यक्ति मुस्कुराते हुए बोला, “आपकी असफलता के दो कारण थे– एक तो आपने दो कंपनी एक ही साल में खोल ली जिससे आप किसी भी एक कंपनी को पूरा समय नहीं दे पाए।दूसरा, आपने अपनी कंपनियों में अपना सारा पैसा लगा दिया और जब आपको घाटा हुआ तो उससे उबरने के लिए आपके पास एक भी पैसा नहीं बचा।………क्या मेरी बातों से आप सहमत हैं?”
असफल व्यक्ति बोला, “हाँ आप सही कह रहे हैं और मैं आपकी बातों से सहमत हूँ।”
“तो आपने अपनी इस असफलता से क्या सीखा?” सफल व्यक्ति बोला।
असफल व्यक्ति बोला, “मैं अपनी असफलता से सीख भी क्या सकता था, यदि सफल होता तो बहुत कुछ सीखता। मेरा तो नसीब (Luck) ही ख़राब था।”
सफल व्यक्ति बोला, “आपने अपनी खुद की असफलता से कुछ भी नहीं सीखा, इसीलिए आप अब भी असफल हैं। लेकिन मैं असफल लोगों की असफलताओं से ही सीखकर (Learning from failure) आज एक सफल इंसान हूँ। मैं असफल लोगों के द्वारा की गयीं गलतियों से सीखता हूँ और उन गलतियों को अपने जीवन में नहीं होने देता। यही मेरी सफलता का रहस्य है।” (This is the secret of my success.)
अब असफल व्यक्ति को अपने प्रश्न का उत्तर मिल गया था।



Moral Of This Motivational Story In Hindi

दोस्तों! यह प्रेरणादायक कहानी (Inspiring story) हमें सफलता का एक ऐसा तरीका बताती है जिसके द्वारा हम बड़ी से बड़ी सफलता आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
असली सफल व्यक्ति वह नहीं है जो केवल अपनी गलतियों से सीखे बल्कि वह है जो दूसरों की गलतियों से भी सीख लेता है।
हमारी जिंदगी (Life) इतनी बड़ी नहीं होती कि हम गलती (Mistake) करें, फिर उससे सीखें और फिर उसे सुधारें। अपनी गलतियों से तो हम बहुत कम सीख सकते हैं जबकि दूसरों की गलतियों से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं।
अतः अगर बड़ी सफलता प्राप्त करनी है या जीवन में हर काम में सफल होना हो तो दूसरों की गलतियों से सीखो। (Learn from mistakes)

कहानी में जो “असफल व्यक्ति” बताया गया है, उसने अपनी असफलता से कुछ भी नहीं सीखा और सारा दोष अपने नसीब (Luck) को दे दिया जबकि सफल व्यक्ति ने दूसरों की गलतियों से ही सीखकर सफलता प्राप्त कर ली।

अतः उन रास्तों पर कभी मत जाओ जिसके सहारे असफल व्यक्तियों ने सफलता प्राप्त करने की कोशिश की थी। तब आपके पास वह रास्ते होंगे जो सफलता की ओर जाते हैं।
ऐसे कोई भी कार्य मत कीजिये जो असफल व्यक्तियों ने सफलता पाने के लिए किये थे। तब आपके पास वह कार्य होंगे जिनको करके आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
सफलता का यह तरीका (The way to success) अपना कर तो देखिये, इस बात की गारंटी है इस तरीके से आप सफलता को जल्दी प्राप्त कर सकते हैं, बड़ी सफलता (Big Success) को प्राप्त कर सकते हैं और बहुत कम गलती (Mistakes) करते हुए किसी भी Success को प्राप्त कर सकते हैं।